मैं तोहफा बनकर पहुँच जाता हूँ जहाँ, मुझे देख मुस्कुरा देता है, सारा जहां | Happy Rose Day
जिसके साथ अल्लाह हो, उसे कोई अफ़सोस नहीं । Ertugrul Ghazi
बोल तुम्हे लोहड़ी पे क्या उपहार दु , दोस्ती चाहिए या जान दे दु , स्कूटर, मोटर साइकिल, या कार दु , बस इतने से ही हो जाओ खुश , या दो चार और गप्पे मर दु ... हैप्पी लोहड़ी
अगर आपने जिंदगी में जीत करनी है, तो आपको चुनौतियों का सामना करना ही होगा, और चुनौतियों का सामना करने का मतलब है, कि आपको दर्द सहना पड़ेगा। Hrithik Roshan
'जब से ये नया साल आया जुबा पे तेरा नाम लाया, छुपते – छुपते मिलना हैं होता मुहब्बत में कैसा मुकाम लाया ! '
जज -आप दोनों के घरेलू झंझट को देखते हुए मै आपको सुझाव दूंगा की आप अपने पति को तलाक दे दे औरत -क्या कहा ?तलाक ? मैने उसके साथ जिंदगी के किये हैं और आप चाहते हैं की वह शेष जीवन सुख से जिय "असभव है
मुझे लगता है कोरोना वोरोना, कुछ नहीं है मार्च का महीना है, आखिर यमराज के भी, तो टारगेट होते हैं |
कोरोना हो या ना हो, आजकल सबसे दूर रहने में, ही फायदा है |
सरकार से एक गुजारिश है, CALLER TUNE भले ही CORONA वाला लगाये रखे, लेकिन ये जो STARTING मैं, खांसने की आवाज है न.. YAAR वो हटा देना, खांसी सुनते ही HELLO बोल देते हैं |
परमात्मा व्यक्ति नहीं है उसका, साक्षात्कार नहीं हो सकता, परमात्मा शक्ति है लेकिन शक्ति, भी पढार्थगत नहीं है आत्म गत है, इसलिए उसका पहला अनुभव, स्वयं में प्रवेश पर ही होता है। OSHO
प्रत्येक काम को हिम्मत और, शांति के साथ करो यही सफलता, का साधन है।
कहाँ गए वो साथ जीने, मरने के वादे तेरे | कसमें प्यार भरी तेरी , जान देने के इरादे तेरे |
जिस शख्स का घर बसाया था कभी मैंने | उसी की साजिशों ने मुझे घर से बेघर कर दिया |
खुशबू जो फूलों में समाई हुई है। ए दिल उसकी सांसों, से चुराई हुई है।
बरसात में किसी की याद, का दर्द पूछना है, तो मेरी आंखों से पूछो।
आप जब मुस्कुराते आते हैं, अदा से। मत पूछ कितने, फूल खिल जाते हैं यहां।
यह कैसा इंतिहान वक्त ने ले लिया। नीलाम एक शायर ने, जज्बातों को कर दिया।
मैंने लिखी है खून से इश्क की, कहानी। यह और बात है कि बर्बाद कर डाली जवानी।
कितने ही ख्वाब सजाए हैं, अभी पलकों पर। तुम करीब आओ, तो सब पूरे हो जाएं।
निगाहें ढूंढ रही है, वहीं ख्वाब सुनहरे। जो कभी मिल बैठ, कर दे
कौन जाने कब सुन ले, दुआ दिल की, खुदा के सामने हाथ, फैलाए रखना।
दिल से तड़प किसी, सूरत में नहीं जाती, हाय क्या होगा तेरे, जुनूँ का अंजाम?
खुशबू समेटकर सारे गुलशन की। कुदरत ने भर दी उस हंसी, की सांसो में।
शहर ही नहीं दुनिया छोड़ देता | काश यह फैसला खुद तूने, सुनाया होता।
मैं नजर से कह रहा था, वह नजर से सुन रहे थे । हम दोनों यूं ही कुछ, सपने बुन रहे थे।
शबनम सी सादगी फूलों की ताजगी | लेकर मैंने तेरे हुस्न को, संवारा रातों में।
कितने इल्जाम अभी उठाने होंगे | बदनाम और कितने हमारे फसाने होंगे।
दीया उम्मीदों का यू बुझाया नहीं करते। प्यार करने वालों को क्यों, भुलाया नहीं करते।
नाम रोशन हो गया दीवानों में तेरा, मेरा। कुछ इतने चर्चे शहर में, हमारे प्यार के हुए |
तेरी दीवानगी ने बड़ा यह काम, किया। दुनिया भर में मशहूर, मेरा नाम किया।
पत्थरों के शहर में फरियाद क्या, करें? जो भूल गई हमें अब उसे, याद क्या करें।
तेरे बदन पर उमड़ा हुआ वो शबाब, आज फिर कर रहा है, दिल को बेताब।
आईने में अपना हुस्न देखकर वो बोले, तेरी दीवानगी मुझसे भी ज्यादा है।
देखा मुझे मुस्कुराकर नजरें, झुका दी कितनी सादगी से, बिजली गिरा दी।
जी चाहे तोड़कर रस्मों की जंजीरों, को मैं तुझको बांध लूं, प्रीत की डोरी से।
जब भी जिक्र होगा मेरा तेरे सामने कभी तनहाई में जाकर अश्क, बहाया करेगी बहुत।
नहीं भूल पाऊंगा तेरी बाहों के दायरे, क्या एक बार फिर प्यार, को निभाने आओगी।
प्यार तुमने खुद किया था किसी, की मर्जी से नहीं वफ़ा निभा दे हर, एक से मुंह मोड़ कर।
मेरी जिंदगी है तेरे प्यार की कहानी, मर जाऊंगा जानम मुझे, ना भूल जाना।
क्या हालत है मेरी ए बेवफा तू, क्या जाने मेरी तो मौत भी मेरी, जिंदगी से घबरा गई।
एक पल भी चैन नहीं आता, क्यों तूने प्यार किया, मुझसे इस कदर |
किस पर अब यकीन हम करें ए, सनम इस शहर का हर शख्स, प्यार से अंजाना है।
मैं तेरी यादों में गुजार दूंगा, उम्र तमाम दिल में तेरी सूरत, रहेगी लब पे तेरा नाम।
न जाने क्यों तेरा ख्याल मिटाए, नहीं मिटता मेरी आंखों से तेरा, चेहरा हटाएँ नहीं हटता।
चलो अब मिल जाए सब पहरे तोड़कर आओ कहीं दूर चले, यह शहर छोड़ कर।
मैं कैसे भूल जाऊं ,तेरे प्यार की बातें तेरी मुलाकातों के सवेरे, तेरे मिलन की रातें |
दिल से दिल मिला था,होठों से होठ मिले थे उन रातों में प्यार के, कुंवारे फूल खिले थे।
अब बहारें आए तो कैसे, आए मेरे गुलशन से, जब वही रूठ गए।
मुझे बहुत याद आता है वो गुजरा जमाना, देखना ,मुस्कुराना और, दौड़कर लिपट जाना।
तेरी गलियों की खाक में सितारे हैं। सच बताओ कि गैरों, के या हमारे हैं।